साइट्रिक एसिड | साइट्रिक एसिड 100 ग्राम टीआरएस
साइट्रिक एसिड | साइट्रिक एसिड 100 ग्राम टीआरएस
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साइट्रिक एसिड
खट्टे फलों से प्राप्त साइट्रिक एसिड, भारतीय व्यंजनों में एक शक्तिशाली घटक है। यह व्यंजनों में एक चटपटा, तीखा स्वाद जोड़ता है और खाद्य पदार्थों को प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखने में मदद करता है। चाहे पेय पदार्थों में स्वाद बढ़ाना हो या अचार, साइट्रिक एसिड ताज़गी और स्वाद की गहराई बनाए रखने के लिए बेहद ज़रूरी है।
नमूना पकाने की विधि: निम्बू पानी (भारतीय नींबू पानी)
सामग्री:
- 2 कप पानी
- 1 नींबू (निचोड़ा हुआ)
- 1 बड़ा चम्मच चीनी
- एक चुटकी साइट्रिक एसिड
- नमक की एक चुटकी
- बर्फ के टुकड़े (वैकल्पिक)
चरण:
- एक जग में पानी, नींबू का रस और चीनी मिलाएं।
- अतिरिक्त खट्टापन के लिए इसमें थोड़ा सा साइट्रिक एसिड मिलाएं।
- चीनी और साइट्रिक एसिड घुलने तक हिलाएँ।
- यदि चाहें तो एक चुटकी नमक और बर्फ के टुकड़े डालें।
- नींबू के टुकड़े से सजाकर ठंडा परोसें।
जिज्ञासाएँ:
भारतीय घरों में अचार को सुरक्षित रखने, खट्टे व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने और उन्हें साफ़ करने के लिए पारंपरिक रूप से साइट्रिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह सुनिश्चित करता है कि अचार जैसे खाद्य पदार्थ अपना स्वाद और लंबे समय तक टिके रहें, जो भारत जैसी जलवायु के लिए ज़रूरी है।
भारतीय संस्कृति में अर्थ:
स्वाद को बनाए रखने और बढ़ाने की साइट्रिक एसिड की क्षमता इसे अचार, चटनी और पेय पदार्थों में अपरिहार्य बनाती है। यह न केवल खाने को ताज़ा रखता है, बल्कि भारतीय व्यंजनों की खासियत को भी निखारता है।


