साबुत ऐमारैंथ बीज | राजगिरा (राजाग्रो) साबुत 300 ग्राम टॉप ऑप
साबुत ऐमारैंथ बीज | राजगिरा (राजाग्रो) साबुत 300 ग्राम टॉप ऑप
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विवरण:
राजग्रो, जिसे ऐमारैंथ भी कहा जाता है, एक अत्यंत पौष्टिक प्राचीन अनाज है जो सदियों से भारतीय व्यंजनों में उपवास के दिनों में मुख्य रूप से शामिल रहा है। छोटे, गोल बीजों वाला यह अनाज प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-मुक्त होता है, जो इसे स्वस्थ, वनस्पति-आधारित आहार चाहने वालों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है। यह हल्का, पचने में आसान होता है और पकने पर इसका स्वाद हल्का अखरोट जैसा होता है।
रसोई में उपयोग:
राजग्रो बहुत बहुमुखी है और इसका उपयोग मीठे और नमकीन दोनों तरह के व्यंजनों में किया जा सकता है। इसके कुछ लोकप्रिय उपयोग इस प्रकार हैं:
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राजगिरा दलिया - पौष्टिक नाश्ते के लिए दूध, गुड़ और इलायची के साथ पकाया जाता है।
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राजगिरा रोटी - मुलायम चपटी रोटी बनाने के लिए अमरैंथ के आटे से बनाई जाती है।
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राजगिरा चिक्की - फूले हुए राजगिरा और गुड़ से बना मीठा और कुरकुरा नाश्ता।
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राजगिरा खिचड़ी - नमकीन और मसालेदार व्यंजन, सब्जियों के साथ पकाया जाता है।
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फूला हुआ राजगिरा - दही, फल या ऊर्जा बार पर टॉपिंग के रूप में उपयोग किया जाता है।
👉 टिप: खाना पकाने से पहले अनाज को कुछ घंटों के लिए भिगोने से बनावट में सुधार होता है और उन्हें पकाना आसान हो जाता है।
स्वास्थ्य सुविधाएं:
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ग्लूटेन-मुक्त: ग्लूटेन असहिष्णुता या सीलिएक रोग वाले लोगों के लिए आदर्श।
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प्रोटीन से भरपूर: इसमें लाइसिन नामक एक आवश्यक अमीनो एसिड होता है जो अन्य अनाजों में दुर्लभ होता है।
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फाइबर से भरपूर: पाचन और आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
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खनिजों का स्रोत: कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम और फास्फोरस प्रदान करता है।
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एंटीऑक्सीडेंट: इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
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उपवास के लिए उपयुक्त: हिंदू उपवास के दौरान इसका व्यापक रूप से सेवन किया जाता है क्योंकि यह हल्का और ऊर्जावान होता है।
